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चंडीगढ़ : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि ग्रुप सी की ताजा भर्तियों को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) पर प्रतिकूल टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने साफ कहा कि एचएसएससी पर न तो आवेदकों को विश्वास है और न ही कोर्ट को।
ऐसे में विश्वसनीयता खो चुके एचएसएससी को भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार द्वारा तुरंत भंग कर देना चाहिए। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि ग्रुप सी की भर्तियां शुरू से ही विवादों में उलझी हुई हैं।
बार-बार इन भर्तियों में गड़बड़ी व प्रक्रिया में बदलाव को भांपते हुए पढ़े-लिखे बेरोजगार न्याय की आस में हाईकोर्ट का सहारा ले रहे हैं। लेकिन, भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार मनमानी पर उतारू हो चुकी है इसलिए ही कोर्ट से स्टे हटवाने के चंद घंटे के अंदर भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे सिद्ध होता है कि पहले से ही लिस्टें तैयार कर ली गई थी। भाई-भतीजावाद व पर्ची-खर्ची के सहारे आरएसएस व भाजपाइयों के चहेतों को नौकरी देने का षड्यंत्र रच लिया गया था।
इस मनमानी के खिलाफ कोई आवाज न उठे, इसलिए ही बिना चरित्र सत्यापन के ज्वाइनिंग कराई जा रही हैं। मेडिकल भी नियमों को ताक पर रखते हुए जिला अस्पतालों में कराने की बजाए पंचकूला के ही सरकारी अस्पताल में कराए जा रहे हैं।