खबर वाहिनी न्यूज ब्यूरो (राजबीर रोहिल्ला, जींद)
जींद , 17 नवम्बर । युवाशक्ति के समक्ष सफलता प्राप्त करने की अपार संभावनाएं हैं। अपने परिश्रम और लगन से किसी लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करें तो ऐसा कोई कार्य नहीं है, जिसे हमारे इलाके की बेटी या बेटा हासिल नहीं कर सकता। आने वाला समय भारत का है और एक दिन हमारा देश विश्व की महाशक्ति बन कर उभरेगा।
हरियाणा युवा एंव कौशल विकास विभाग (आईटीआई) एवं जिला प्रशासन के सौजन्य से आयोजित दो दिवसीय यूथ फेस्टिवल का शुभारंभ करते हुए जींद के विधायक डा0 कृष्ण लाल मिढ़ा ने ये शब्द कहे। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अपनी योग्यता और शक्ति का सकारात्मक दिशा में उपयोग करना चाहिए। भारत का युवा विश्व की बड़ी-बड़ी हाईटेक कंपनियों की कमान हाथों में थामे हुए है। केंद्र व राज्य सरकार की जनहितकारी नीतियों की बदौलत लड़कियों को आगे बढने के लिए समान अवसर दिए जा रहे हैं। आज हमारी बेटियां सेना में फाइटर प्लेन तक उड़ा रही हैं। पंचायत चुनाव में भी महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीटें निर्धारित की हुई हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से सरकार ने नए कॉलेज स्थापित किए हैं। प्रदेश में महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोले गए हैं। उन्होंने युवाओं के नशे से दूर रहने की सलाह दी और कहा कि सभ्य समाज में नशे के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए नशा मुक्त समाज बनाने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है, क्योंकि नशे के कारण ही समाज में विभिन्न प्रकार की कुरीतियां पनपती हैं और कुरीतिहीन समाज की संरचना के लिए सभी प्रकार के नशे का जड़ मूल से खात्मा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर इससे होने वाले दुष्प्रभावों बारे अवगत करवाया जाना चाहिए जिससे नशा मुक्त व स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज की कल्पना को साकार करने के लिए हम सबको इसके खिलाफ जन जागरूकता पैदा करनी होगी ताकि हम अपनी युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में आने से बचा सकें। इसके लिए सबसे पहले हमें स्वयं जागरूक होना होगा और मिशन के रुप में एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आज युवाओं में नशा का प्रचलन बढ़ रहा है, जिसे रोकने के लिए सभी को प्रयास करने होंगे जिससे नशा जड़ मूल से समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि नशे से मानसिक पीड़ा के साथ-साथ माइग्रेन, सिरदर्द एवं चक्कर आना, इनसोमनिया (नींद न आने की बीमारी), चिंता, भय, घबराहट, डिप्रेशन, याददाश्त में समस्या आदि बीमारियां उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि नशे का जहर समाज को तेजी से निगल रहा है। नशीले पदार्थों का प्रयोग एक मनोवैज्ञानिक बीमारी है। नशा सेवन करने वाला इंसान खुद तो तबाह होता ही है साथ ही अपना परिवार भी उजाड़ देता है। नशा त्यागने के लिए दृढ इच्छा शक्ति व संकल्प का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि नशे के कारण समाज में आपराधिक घटनाएं भी बढ़ती हैं जोकि भविष्य के लिए चिंता का विषय है। इस प्रकार से नशा केवल व्यक्तिगत नुकसान ही नहीं करता बल्कि पूरे परिवार व समाज को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि नशा को समाज से खत्म करना सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है। हमें नशे के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लडना होगा।
युनिवर्सिटी के वीसी डा0 रणपाल सिंह ने कहा कि यह एक प्रेरणा दायक कार्यक्रम है। हमारे युवाओं को आज के समय में नशे से दूर रहकर सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहिए और अपनी अन्दर की प्रतिभा को निखारने के लिए ऐसे इवेंट में भाग लेना चाहिए।
अतिरिक्त उपायुक्त डा0 हरीश वशिष्ठ ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के युवाओं को न तो नशा करना चाहिए बल्कि अपने आस पास भी नशा विरोधी मुहिम चलानी चाहिए। उन्होंने युवाओं को कहा कि वे शपथ ले कि वे नशा न करेंगे और न किसी को करने देंगे। उन्होंने युवाओं को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि हमारे युवाओं का देश के निर्माण मंे अहम योगदान है इसलिए हमें अपना वोट भी अवश्य बनवाना चाहिए। उन्हांेने कहा कि विश्वविद्यालय में शुक्रवार व शनिवार को दो दिन के लिए एक विशेष कैंप लगवाया जाएगा जिसमें विश्वविद्यालाय के युवा जिनका वोट नहीं बना है वे अपना वोट बनवा सकते है।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जींद के प्रिंसिपल एवं कार्यक्रम के कोर्डिनेटर अनिल कुमार गोयल ने बताया कि इस प्रकार का कार्यक्रम जींद मंेे पहली बार आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम मंे 15 से 29 वर्ष के 300 छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया है। इस वर्ष इस कार्यक्रम का थीम मिलेटस के उत्पादन एवं उपयोग लिया गया है ताकि आमजन मोटे अनाज को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। इस कार्यक्रम का उदेश्य देश के युवाओं को नशे से हटकर मुख्य धारा में जोड़ना है ताकि वे राष्ट्र विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम मंे स्टोरी लेखन, फोलक डांस, फोलक ग्रूप डांस, भाषण प्रतियोगता, एक्सटेम्परी, फोटोग्राफी, पोस्टर मेकिंग जैसी 11 प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित करवाई जा रही है, जिनमें लगभग 300 विद्यार्थी भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता मे अव्वल रहने वाले विद्यार्थिो को राज्य स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया। शनिवार 18 नवम्बर तक चलने वाले इस समारोह के लिए तीन मंच बनाए गए हैं।
इस मौके पर यूनिवर्सिटी की कुल सचिव लवनीन मोहन, प्रौ जसबीर सूरा, डा. भावना, डा. कविता, डा. क्यूटी, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुभाष ढिगाना भी उपस्थित थे।