खबर वाहिनी हेतु सारिका ठाकुर की कलम से
कलम की धार है जो तेज़,
सच की राह दिखाए आज,
सूचना का दीपक बनकर,
करती है अंधकार का राज।
हर ख़बर में सत्य की लौ,
हर शब्द में जन की बात,
निष्पक्षता का व्रत निभाए,
बिना डरे, बिना कोई घात।
कभी अख़बार की स्याही में,
कभी कैमरे की आँखों से,
कभी रेडियो की आवाज़ में,
कभी मोबाइल की झंकार से।
विरोध, समर्थन, आलोचना
सबको समान भाव से कहे,
जनतंत्र की वो रीढ़ है जो,
हर अन्याय के विरुद्ध लड़े।
भीषण तूफ़ानों में चलकर,
सच की मशाल जलाए,
जन-जन तक पहुँचाने को,
सच को सदा अपनाए।
आओ करें प्रण इस दिवस पर,
सच्ची पत्रकारिता को मान,
न बिके न झुके यह कलम कभी,
रहे सदा जन के हित में इसका काम।
©® डॉ सारिका ठाकुर “जागृति”
ग्वालियर (मध्य प्रदेश)

